
नानकमत्ता: आखिर क्यों नहीं मिल पा रहा 103 वर्ष के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी दिलीप सिंह को पेंशन का लाभ
पेंशन की मांग को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं जिला अधिकारी को भी भेज चुके हैं चिट्ठी ।
राजीव कुमार सक्सेना
नानकमत्ता: विगत माह पूर्व स्वयं को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बताने वाले वृद्ध ने पेंशन की मांग को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं जिला अधिकारी को पत्र भेजकर पेंशन की मांग की थी। परंतु महीनों बीत जाने के बाद भी पेंशन की मांग पर कारवाई ना हो पाने के कारण वृद्ध के चेहरे पर निराशा झलकती दिखाई दे रही है।
जनपद उधम सिंह नगर की उप तहसील नानकमत्ता के ग्राम मोहम्मदगंज निवासी करीब उम्र103 वर्षीय दिलीप सिंह पुत्र हरनाम सिंह ने बीते महीनों पूर्व प्रदेश के मुख्यमंत्री को प्रार्थना पत्र भेजकर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पेंशन लगाने की मांग की थी।अपने द्वारा भेजे पत्र में दिलीप सिंह ने कहा था कि उनके साथी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री अरूण सिंह ग्राम रोद तहसील सफीदों जिला जीद प्रान्त हरियाणा को पेंशन तथा समस्त सुविधायें मिल रही है। मुझसे मेरे पूर्वजों के पैतृक ग्राम नंतरचक गांव तहसील चूही जिला लाहौर ( जो 1947 में विभाजन के बाद पाकिस्तान में है का निवास सम्बन्धी दस्तावेज मांगा जाता है ,जिसको सिर्फ सरकार द्वारा ही पाकिस्तान सरकार से मांगा जा सकता है । दिलीप सिंह का कहना है कि दस्तावेजी साक्ष्य स्वयं पाकिस्तान सरकार से लाकर प्रस्तुत करने में असमर्थ हैं। उनका जीवन लाठी के सहारे से चलकर कट रहा है।और उनकी उम्र तकरीबन 103 वर्ष की हो चुकीहै। शाह टाइम्स कार्यालय पहुंचे 103 वर्षीय दिलीप सिंह ने बताया कि वह अपनी पेंशन की मांग को लेकर देहरादून कई बार जा चुके हैं परंतु उनके द्वारा की जा रही पेंशन की मांग की कार्रवाई अभी तक लंबित है। उनका कहना है कि उनके द्वारा उधम सिंह नगर जिला अधिकारी को भी पेंशन की मांग को लेकर प्रार्थना पत्र दिया जा चुका है। जिस पर कोई अमल नहीं किया गया है।होने के चलते उनके सामने भरण पोषण की समस्या उत्पन्न हो रही है। उनका कहना है कि अब वह कहीं आने जाने में असमर्थ हैं जिस कारण समाचार पत्रों के माध्यम से सरकार तक अपनी पेंशन मांग रख रहे हैं।
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