
पढ़िए: एसओजी की मदद से पुलिस ने दिन दहाडे तमंचे व चाकू के बल पर हुई बैंक लूट की घटना में लिप्त दो आरोपी दबोचे, एक फरार।
घटना में प्रयुक्त वाईक, दो तमंचे,कारतूस व लाखों रुपये की नगदी बरामद ,पुलिस टीम को एस एस पी ने बीस तो डीआईजी ने पच्चीस हजार के इनाम की घोषणा की ।
राजीव कुमार सक्सेना
खटीमा : दिन दहाडे तमंचे व चाकू के बल पर हुई बैंक लूट की घटना में लिप्त दो आरोपी दबोचे, जिले की एसओजी टीम की मदद से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया जबकि आरोपियों का एक साथी पुलिस गिरफ्त से बाहर।
सोमवार को जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजूनाथ टीसी ने खटीमा कोतवाली में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान खुलासा करते हुए बताया कि बीते 6 अप्रैल को खटीमा के झनकट में स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा में घुसकर अज्ञात बदमाशों ने दिन दहाडे तमंचे व चाकू के बल पर बैंक से 4,42,000 लाख की लूट की थी। पुलिस ने प्रबन्धक बैंक ऑफ बड़ौदा कुसुमलता की तहरीर के आधार पर धारा 392/342. के तहत मुकदमा पंजीकृत किया था। दिन दहाड़े हुई तमंचे चाकू के बल पर बैंक लूट की घटना से क्षेत्र में काफी सनसनी एवं भय का माहौल पैदा हो गया था । घटना के खुलासे को जिले की एसओजी टीम सहित भिन्न-भिन्न पुलिस टीमों का गठन कर घटनास्थल के आस पास लगे सीसीटीवी कैमरो की फुटेज ख़गाली गयी। टीम ने सर्विलांस की मदद से बैंक लूट की घटना में ललित मानवेन्द्र सिंह पुत्र मुन्शी सिंह शेखावत निवासी बार्ड 204, खोड, जिला राजस्थान व नरेन्द्र कुमार पुत्र लक्ष्मण राम निवासी बार्ड नं04, खोह जिला झुझनु राजस्थान, पशुपति पुत्र रामकिशन निवासी वृन्दावन इन्कलेव चेतना कालोनी नियर मिल्क डेयरी बरेली उत्तर प्रदेश मूल निवासी ग्राम गांगी गिधौर, खटीमा, के नाम प्रकाश में आये। पुलिस टीम ने तत्परता से दिखाते हुए आरोपी नरेन्द्र कुमार व पशुपतिनाथ को 24 अप्रैल को कमान नदी के पुल ग्राम गांगी से गिरफ्तार कर लिया गया। दोनो आरोपियो से टीम ने पूछताछ की तो पता चला की पशुपति नाथ धारा 420 के मामले में जिला कारागार झुनझुनू राजस्थान में बन्द था वहीं पर सलित मानवेन्द्र सिंह भी एक बैंक लूट के मामले में बन्द था। इन दोनों की वही पर मुलाकात दोस्ती हुई। जेल से बाहर आने के बाद दोनों सम्पर्क में थे। इसी दौरान इनके द्वारा खटीमा में बैंक लूट की योजना बनायी।घटना से पूर्व पशुपतिनाथ ने ही नरेन्द्र कुमार व सलित को स्थानीय रास्ते व क्षेत्र के बारे में जानकारी दी तथा पशुपतिनाथ की वाईक को घटना में प्रयोग किया गया। आरोपी सलित मानवेन्द्र सिंह फरार है। गिरफ्तार आरोपियो के कब्जे से बैंक से लूटी गयी कुल रकम में से 1,70,000 बरामद हुये हैं । जबकि 50,000 नरेन्द्र कुमार व 20000 रूपए पशुपति नाथ ने खर्च कर लिये गये।व शेष पैसे लंलित मानवेन्द्र सिंह के पास होना बताया है। टीम ने आरोपियों के कब्जे से 12 बोर के दो तमंचे तथा दो कारतूस घटना में प्रयुक्त बाइक बरामद किए। आरोपियों के विरुद्ध दर्ज मुकदमे में धारा 411/120बी / 420/465/467/471 व धारा 3/25 आर्म्स एक्ट की बढ़ोत्तरी की गयी है। घटना का खुलासा करने वाली टीमों को जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने 20 हजार तथा पुलिस उपमहानिरीक्षक कुमाऊं परिक्षेत्र नैनीताल द्वारा 25 हजार के इनाम की घोषणा की है। टीम में जिले की एसओजी टीम के प्रभारी कमलेश भट्ट, सिपाही भूपेन्द्र आर्य, ललित कुमार,प्रभात चौधरी,पंकज बिनवाल,महेन्द्र डंगवाल,कुलदीप,गणेश पाण्डेय, पुलिस टीम में खटीमा कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नरेश चौहान, उप निरीक्षक देवेंद्र गौरव, ललित मोहन रावल ,धीरज वर्मा , पंकज महर ,कैलाश देव,विजय कुमार , नानकमत्ता थाना अध्यक्ष केसीआर आर्या, उपनिरीक्षक जावेद मलिक, सिपाही नवनीत कुमार, सहित आदि शामिल है।
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