.jpeg)
नानकमत्ता: स्टाफ नर्स पर कार्रवाई न होने से नाराज ग्रामीण ने मुख्यमन्त्री, चिकित्सा मंत्री व जिला अधिकारी को भेजी चिट्ठी ।
स्टाफ नर्स पर कारवाई की मांग करते हुए,प्रसव कराने के बाद सुविधा शुल्क मांगने का लगाया आरोप।
राजीव कुमार सक्सेना
नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात स्टाफ नर्स द्वारा गर्भवती महिला से अभद्र व्यवहार तथा परिजनों से सुविधा शुल्क मांगने के मामले शिकायत के बाद चिकित्सा प्रभारी द्वारा कारवाई ना किये जाने खिन्न ग्रामीण ने प्रदेश के मुख्यमंत्री चिकित्सा मंत्री सहित जिला अधिकारी को शिकायती पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की है।
बता दे कि ग्राम गढ़ीपट्टी के ग्रामीण
आशीष कुमार पुत्र बाल किशन ने प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित चिकित्सा मंत्री एवं जनपद उधम सिंह नगर के जिला अधिकारी को शिकायती प्रार्थना पत्र भेजकर बताया है किदिनांक 27/ 5/ 2024 को समय करीब 5:46 बजे उसकी पत्नी निकिता ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नानकमत्ता एक पुत्री को जन्म दिया था, पत्नी से प्रसव पीडा/ डिलीवरी के दौरान यहां तैनात स्टाफ नर्स संगीता मंडल द्वारा अभद्र व्यवहार व उसे लेबर रूम में प्रताड़ित किया गया। तथा प्रसव के दौरान घोर लापरवाही बरती गयी। यहां खाने-पीने की कोई भी व्यवस्था न होने के कारण मजबूरन पत्नी को घर ले गया, ग्रामीण का आरोप है कि अस्पताल में तैनात स्टाफ नर्स संगीता मंडल द्वारा ग्रामीण व उसके परिजनों से प्रसव / डिलीवरी के नाम पर 2100 स की मांग की गयी, सुविधा शुल्क देने ना देने पर स्टाफ नर्स संगीता मंडल द्वारा अभद्र व्यवहार किया गया। जिसकी लिखित शिकायत सितारगंज की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की प्रभारी से की गयी , लेकिन शिकायत पर कारवाई नहीं की गयी , बल्कि स्टाफ नर्स को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। ग्रामीण का कहना है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नानकमत्ता में स्थाई प्रभारी चिकित्सा अधिकारी की तैनाती न होने के कारण यहां स्टाफ के कुछ लोगों द्वारा मनमानी कर मरीजों का उत्पीड़न किया जा रहा है, जिससे स्वास्थ्य विभाग तथा सरकार की छवि को धूमिल हो रही है।
जनता की नजरों में सरकार की छवि खराब करने का प्रयास कर रहे है कुछ कर्मचारी ।
नानकमत्ता: एक तरफ प्रदेश के मुख्यमन्त्री द्वारा आंगनवाड़ी केन्द्रो के माध्यम से गर्भवती महिलाओं को पुष्टाहार व मुख्यमन्त्री महालक्ष्मी किट सहित तमाम सुविधाओं को पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा हैं जिससे जच्चा बच्चा दोनों ही स्वस्थ रहे, वहीं उन्हीं गर्भवती महिलाओं का सरकारी स्वास्थ्य केन्द्र में स्टाफ नर्स द्वारा उत्पीड़न कर सुविधा शुक्ल की मांग की जा रही है। जिसकी पीडित द्वारा शिकायत करने के बाद भी यहां तैनात प्रभारी द्वारा कोई कारवाई ना करने व स्टाफ नर्स को कारवाई से बचाने का प्रयास किया जा रहा हैं, जिस कारण स्वास्थ्य विभाग तथा सरकार की छवि को धूमिल करने का इन कर्मचारियों द्वारा प्रयास किया जा रहा है।
0 Response to "नानकमत्ता: स्टाफ नर्स पर कार्रवाई न होने से नाराज ग्रामीण ने मुख्यमन्त्री, चिकित्सा मंत्री व जिला अधिकारी को भेजी चिट्ठी ।"
एक टिप्पणी भेजें